दोस्तों आज hindiamrit आपके लिए प्रमुख अंतरों की श्रृंखला में ऑक्सीकरण तथा अपचयन में अंतर || difference between oxidation and reduction लेकर आया है।
तो आज हम आपको रेडॉक्स अभिक्रिया की अभिक्रिया,रेडॉक्स अभिक्रिया के प्रकार,ऑक्सीकरण की परिभाषा,अपचयन की परिभाषा,ऑक्सीकारक पदार्थ क्या होते हैं,अपचायक पदार्थ क्या होते हैं,ऑक्सीकरण अभिक्रिया किसे कहते हैं,अपचयन अभिक्रिया किसे कहते है,oksikarn aur apchayn me antar आदि की जानकारी प्रदान करेंगे।
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ऑक्सीकरण तथा अपचयन में अंतर || difference between oxidation and reduction
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अपचयन और ऑक्सीकरण की परिभाषा को हम दो धारणाओं की मदद से समझेंगे।
1.पहला पुरानी धारणा
2.दूसरा इलेक्ट्रॉन संकल्पना
अपचयन की परिभाषा || definition of reduction
प्राचीन धारणाओं के आधार पर अपचयन की परिभाषा
किसी पदार्थ द्वारा हाइड्रोजन या अन्य धन विद्युती तत्व या मूलक ग्रहण करने अथवा ऑक्सीजन या अन्य ऋण विद्युती तत्व या मूलक त्याग करने की प्रक्रिया अपचयन कहलाती है।
अपचयन में पदार्थ के किसी एक तत्व की संयोजकता घटती है।
जैसे-
(1) क्लोरीन का अपचयन
Cl2 + H2 ——> 2HCl
(2) क्यूप्रिक क्लोराइड का अपचयन
CuO + H2 ——-> Cu + H2O
(3) आयोडीन का अपचयन
I2 + Hg ——-> HgI2
इलेक्ट्रॉन संकल्पना के आधार पर अपचयन की परिभाषा
परमाणु , आयनों या अणुओं द्वारा एक या अधिक इलेक्ट्रॉन ग्रहण करने की प्रक्रिया अपचयन कहलाती है। अपचयन प्रक्रिया में किसी तत्व की संयोजकता घटती है। तथा संयोजकता में हुई कमी ग्रहण किए गए इलेक्ट्रॉनों की संख्या के बराबर होती है।
जैसे –
(1) ऑक्सीजन का अपचयन
O2 + 4H+ + 4e ——> 2H2O
(2) क्लोरीन का अपचयन
Cl2 + 2e ——> 2Cl-
(3) Cu2+ का अपचयन
Cu2+ + 2e ——-> Cu
ऑक्सीकरण संख्या के आधार पर अपचयन की परिभाषा
वह प्रक्रिया जिसमें किसी तत्व की ऑक्सीकरण संख्या घटती है,अपचयन कहलाती है।
जैसे –
(1) मरकरी का अपचयन
HgCl2 ———-> Hg2Cl2
(Hg की ऑ०सं० +2) (Hg की ऑ०सं० +1)
ऑक्सीकरण की परिभाषा || definition of oxidation
प्राचीन धारणाओं के आधार पर ऑक्सीकरण की परिभाषा
किसी पदार्थ द्वारा ऑक्सीजन या अन्य ऋण विद्युती तत्व या मूलक ग्रहण करने अथवा हाइड्रोजन या अन्य धन विद्युती तत्व या मूलक त्याग करने की प्रक्रिया ऑक्सीकरण या उपचयन कहलाती है।
अपचयन में पदार्थ के किसी एक तत्व की संयोजकता बढ़ती है।
जैसे-
(1) कार्बन का ऑक्सीकरण
C + O2 ——> CO2
(2) फेरस क्लोराइड का ऑक्सीकरण
2FeCl2 + Cl2 ——-> 2FeCl3
(3) हाइड्रोजन आयोडाइड का ऑक्सीकरण
4HI + O2 ——-> 2 I2 + 2H2O
इलेक्ट्रॉन संकल्पना के आधार पर अपचयन की परिभाषा
परमाणु , आयनों या अणुओं द्वारा एक या अधिक इलेक्ट्रॉन त्याग करने की प्रक्रिया ऑक्सीकरण या उपचयन कहलाती है। ऑक्सीकरण प्रक्रिया में किसी तत्व की संयोजकता बढ़ती है। तथा संयोजकता में हुई वृद्धि त्याग किये गए इलेक्ट्रॉनों की संख्या के बराबर होती है।
जैसे –
(1) सोडियम का ऑक्सीकरण
Na —————> Na+ + e
(2) हाइड्रोजन का ऑक्सीकरण
H2 —————> 2H+ +2e
(3) हाइड्रोजन पराऑक्साइड का ऑक्सीकरण
H2O2 ———> O2 + 2H+ + 2e
ऑक्सीकरण संख्या के आधार पर ऑक्सीकरण की परिभाषा
वह प्रक्रिया जिसमें किसी तत्व की ऑक्सीकरण संख्या बढ़ती है,ऑक्सीकरण या उपचयन कहलाती है।
जैसे –
(1) आयरन का ओऑक्सीकरण
FeCl2 ———-> FeCl3
(Fe की ऑ०सं० +2) (Fe की ऑ०सं० +3)
ऑक्सीकारक और अपचायक || oxidising agent and reducing agent
अभिक्रिया में जिस पदार्थ का ऑक्सीकरण होता है, उसे अपचायक (reducing agent) कहते है।
अभिक्रिया में जिस पदार्थ का अपचयन होता है, उसे ऑक्सीकारक (oxidising agent) कहते हैं।
ऑक्सीकारक पदार्थो के नाम || names of oxidising agents
(1) पोटेशियम परमैंगनेट ( KmnO4 )
(2) पोटैशियम डाइक्रोमेट ( K2Cr2O7 )
(3) नाइट्रिक अम्ल ( HNO3 )
(4) हैलोजन ( Cl2 , Br2 , I2 )
(5) हाइड्रोजन पराक्साइड ( H2O2)
(6) आयोडेट ( KIO3 )
अपचायक पदार्थो के नाम || names of reducing agents
(1) फेरस सल्फेट ( FeSO4.7H2O )
(2) फेरस अमोनियम सल्फेट या मोहर लवण
[ FeSO4.(NH4)2SO4.6H2O ]
(3) पोटेशियम आयोडाइड ( KI )
(4) स्टैनस क्लोराइड ( SnCl2 )
(5) सल्फर डाइऑक्साइड ( SO2 )
(6) हाइड्रोजन सल्फाइड ( H2S )
ऑक्सीकरण तथा अपचयन में अंतर || difference between oxidation and reduction
ऑक्सीकरण | अपचयन |
किसी पदार्थ द्वारा ऑक्सीजन या अन्य ऋण विद्युती तत्व या मूलक ग्रहण करने अथवा हाइड्रोजन या अन्य धन विद्युती तत्व या मूलक त्याग करने की प्रक्रिया ऑक्सीकरण या उपचयन कहलाती है। | पदार्थ द्वारा हाइड्रोजन या अन्य धन विद्युती तत्व या मूलक ग्रहण करने अथवा ऑक्सीजन या अन्य ऋण विद्युती तत्व या मूलक त्याग करने की प्रक्रिया अपचयन कहलाती है। |
इसमें तत्व की संयोजकता बढ़ती है। | घटती है। |
इसमें तत्व जिसका ऑक्सीकरण होता है वह इलेक्ट्रान का त्याग करता है। | इलेक्ट्रान ग्रहण करता है। |
इसमें ऑक्सीकरण संख्या बढ़ जाती है। | घट जाती है। |
जिस पदार्थ का ऑक्सीकरण होता है वह अपचायक कहलाता है। | जिस पदार्थ का अपचयन होता है वह ऑक्सीकारक कहलाता है। |
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