लिनेक्स और एम एस डॉस में अंतर / difference between Linux and MS DOS

आज का युग कम्प्यूटर का युग है। आज के जीवन मे सभी को कम्प्यूटर की बेसिक जानकारी होनी चाहिए। बहुत सी प्रतियोगी परीक्षाओं में भी कम्प्यूटर से सम्बंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। इसीलिए हमारी साइट hindiamrit.com कम्प्यूटर से जुड़ी समस्त महत्वपूर्ण टॉपिक की श्रृंखला पेश करती है,जो आपके लिए अति महत्वपूर्ण साबित होगी,ऐसी हमारी आशा है। अतः आज का हमारा टॉपिक लिनेक्स और एम एस डॉस में अंतर / difference between Linux and MS DOS की जानकारी प्रदान करना है।

Contents

लिनेक्स और एम एस डॉस में अंतर / difference between Linux and MS DOS

लिनेक्स और एम एस डॉस में अंतर / difference between Linux and MS DOS
लिनेक्स और एम एस डॉस में अंतर / difference between Linux and MS DOS

difference between Linux and MS DOS /लिनेक्स और एम एस डॉस में अंतर

Tags – dos and linux difference in hindi,difference between dos and linux in hindi,डॉस और लिनक्स अंतर,लिनेक्स और एम एस डॉस में अंतर / difference between Linux and MS DOS,

लाइनेक्स व एम. एस. डॉस में अन्तर
(Difference between LINUX and MS-DOS)

(1) एम. एस. डॉस एक एकल प्रयोक्ता परिचालन प्रणाली (Single Operating System) है जो कि मात्र माइक्रो कम्प्यूटर या पर्सनल कम्प्यूटर प्रणाली पर कार्य करता है, जबकि लाइनेक्स एक बहु प्रयोक्ता परिचालन प्रणाली है तथा यह लगभग सभी प्रकार की प्रणालियों पर क्रियान्वयन हेतु उपलब्ध होता है।


(2) एम. एस. डॉस मुख्य रूप से माइक्रो कम्प्यूटर की प्रारम्भिक पर्सनल कम्प्यूटर श्रृंखला के परिचालन हेतु विकसित किया गया था। उदाहरणस्वरूप एम. एस. डॉस माइक्रो कम्प्यूटर के इन्टेल 8036 व 8088 वर्ग की कम्प्यूटर प्रणाली हेतू सर्वोपयुक्त परिचालन प्रणाली के रूप में विकसित था।

माइक्रो कम्प्यूटर की क्षमता व स्वरूप में परिवर्तन के साथ-साथ एम. एस. डॉस 80386 व उसके बाद के माइक्रो कम्प्यूटरों की क्रियान्वयन क्षमताओं का सम्पूर्ण प्रयोग करने में सक्षम नहीं हो सका है जबकि लाइनेक्स मुख्य रूप से 80386, 80486 व उसके बाद माइक्रो कम्प्यूटरों की वृहत्त क्षमताओं का पूर्ण उपयोग करने में सक्षम है।

ये भी पढ़ें-  Windows XP (विंडोज एक्स पी) में टाइम और डेट कैसे बदले

(3) एम. एस. डॉस की तुलना में लाइनेक्स आधुनिक पर्सनल कम्प्यूटरों की सम्पूर्ण स्मृति, यहाँ तक की आभासीय (Virtual) स्मृति का भी सफलतापवूक प्रयोग कर सकता है किन्तु एम. एस. डॉस के लिए यह पूर्णरूपेण सम्भव नहीं है।

(4) एम. एस. डॉस 80386 व उसके बाद के माइक्रो कम्प्यूटरों के सुरक्षित या प्रोटेक्टेड मोड में कार्य नहीं कर सकता और न ही प्रोटेक्टेड मोड का प्रयोग करने वाले प्रोग्रामों का क्रियान्वयन कर सकता है। इसका प्रयोग करने के लिए एम. एस. डॉस को इम्युलेटर (Emulator) नामक सॉफ्टवेयर प्रणाली का सहयोग लेना पड़ता है जो कि अभी स्वयं में सभी प्रकार के प्रोटेक्टेड मोड कार्य करने वाले सॉफ्टवेयर के क्रियान्वयन के सक्षम नहीं है तथा इसका उपयोग सीमित है किन्तु लाइनेक्स 80386 व उसके बाद की प्रणालियों के प्रोटेक्टेड मोड में पूर्णरूपेण क्रियान्वित हो सकता है।

वर्तमान में लाइनेक्स को अधिक सक्षम बनाने के उद्देश्य से लाइनेक्स के अन्तर्गत X-Window प्रणाली के लिए WINE नामक माइक्रोसॉफ्ट इम्युलेटर विकसित किया जा रहा है जिसके विकास के पश्चात् प्रयोक्ता MS-Window के अनुप्रयोगों (एप्लीकेशन्स) को लाइनेक्स से सीधे क्रियान्वित कर सकेंगे, जबकि एम. एस. डॉस से यह सम्भव नहीं है।

(5) यद्यपि लाइनेक्स एम. एस. डॉस के अनेकों अनुप्रयोग सॉफ्टवेयर को क्रियान्वित करने में सक्षम है किन्तु एम. एस. डॉस वातावरण के लिए बने सभी अनुप्रयोगों (एप्लीकेशन्स) को लाइनेक्स द्वारा क्रियान्वित करना सम्भव नहीं है।


(6) एम. एस. डॉस में अन्य परिचालन प्रणालियों के साथ इण्टरफेस (Interface) सम्भव नहीं है, जबकि लाइनेक्स में एम. एस. डॉस सहित लगभग सभी प्रमुख परिचालन प्रणालियों के साथ इण्टरफेस (Interface) की सुविधा उपलब्ध है।

ये भी पढ़ें-  शब्द में बलाघात के नियम / बलाघात के स्थान


(7) एम. एस. डॉस में कम्प्यूटर नेटवर्क स्थापित करने की विशेषता उपलब्ध नहीं है, जबकि लाइनेक्स सभी प्रकार के कम्प्यूटरों को जोड़कर एक सशक्त नेटवर्क स्थापित करने की सभी सुविधाएँ व विशेषताएँ स्वयं में समाहित किये हुए हैं।


(8) एम. एस. डॉस, ग्राफिक यूजर इण्टरफेस (GUI) की सुविधा प्रदान नहीं करता है जबकि लाइनेक्स में यह सुविधा अनेक रूपों में उपलब्ध है।


(9) एम. एस. डॉस command.com के रूप में एक ही शैल प्रोग्राम प्रदान करता है, जबकि लाइनेक्स, यूनिक्स के समान एक से अधिक शैल प्रोग्राम प्रदान करता है,जिनमें tesh (सी शैल), bash (बोर्न शैल) ksh (कोर्न शैल), zch, ash, rc इत्यादि शैल प्रोग्राम प्रमुख रूप से प्रचलन में हैं।


(10) लाइनेक्स में एम. एस. डॉस की तुलना में विभिन्न प्रकार के शब्द संसाधक (वर्ड प्रोसेसर) उपलब्ध हैं। इण्टरनेट सम्बद्धता व सेवाओं के क्षेत्र में भी लाइनेक्स एम. एस. डॉस व अन्य अनेकों परिचालन प्रणालियों की तुलना में अत्यधिक उत्तम है।


(11) एम. एस. डॉस की तुलना में लाइनेक्स कई गुना अधिक सिस्टम टूल यूटिलिटी प्रदान करता है।


(12) अन्य परिचालन प्रणालियों की तुलना में एम. एस. डॉस सॉफ्टवेयर का मूल्य अत्यधिक कम है किन्तु लाइनेक्स परिचालन प्रणाली का सॉफ्टवेयर प्रयोग के लिए पूर्णतः मुफ्त उपलब्ध है।


(13) लाइनेक्स परिचालन प्रणाली के सॉफ्टवेयर में प्रयोक्ता संशोधन कर सकते हैं अथवा उसमें अपने नये टूल व यूटिलिटी जोड़ सकते तथा इसके लिए उन्हें अनुमति भी प्रदान की गयी है। किन्तु एम. एस. डॉस में कोई भी संशोधन या परिवर्तन मात्र उसका विकास करने वाली संस्था (माइक्रोसॉफ्ट) ही कर सकती है।

ये भी पढ़ें-  वीर रस की परिभाषा और उदाहरण | veer ras in hindi | वीर रस के उदाहरण



आपके लिए अन्य विषय की सम्पूर्ण श्रृंखला

टेट / सुपरटेट सम्पूर्ण हिंदी कोर्स

50 मुख्य टॉपिक पर  निबंध पढ़िए

                            ◆◆ निवेदन ◆◆

हमें आशा है कि आज के इस आर्टिकल में अपने जरूर कुछ नया सीखा होगा। आप इस टॉपिक लिनेक्स और एम एस डॉस में अंतर / difference between Linux and MS DOS को अपने मित्रों के साथ जरूर शेयर करें। आपको यह आर्टिकल पढ़कर कैसा लगा इसकी जानकारी हमे कॉमेंट करके जरूर बताएं। आपका एक कॉमेंट हमारे लिए उपयोगी एवं प्रेरणादायक सिद्ध होगा।

Tags – dos and linux difference in hindi,difference between dos and linux in hindi,डॉस और लिनक्स अंतर,लिनेक्स और एम एस डॉस में अंतर / difference between Linux and MS DOS,

Leave a Comment