दोस्तों अंतरों की श्रृंखला में आज हम आपको खाद्य श्रृंखला और खाद्य जाल में अंतर बताएंगे। तथा साथ ही साथ hindiamrit.com आपको खाद्य श्रृंखला की परिभाषा,खाद्य श्रृंखला के प्रकार, खाद्य जाल की परिभाषा,आदि की विस्तृत जानकारी प्रदान करेगा।
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खाद्य श्रृंखला और खाद्य जाल में अंतर

खाद्य श्रृंखला / आहार श्रृंखला की परिभाषा || food chain
भोजन या ऊर्जा संबंधी आवश्यकताओं के आधार पर पारितंत्र में विभिन्न जातियों के बीच के संबंध को खाद्य श्रृंखला कहते हैं। किसी भी खाद्य श्रंखला में हरे पौधे सौर ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में बदल कर खाद्य पदार्थों के रूप में संचित करते हैं। अतः हरे पौधे उत्पादक कहलाते है।शाकाहारी जीव इन उत्पादकों से अपना भोजन प्राप्त करते हैं अतः यह प्रथम श्रेणी के उपभोक्ता कहलाते हैं। मांसाहारी जीव अपने भोजन के लिए इन शाकाहारी अथवा अन्य मांसाहारी जीवो पर निर्भर करते हैं यह द्वितीय अथवा तृतीय श्रेणी के उपभोक्ता कहलाते हैं। खाद्य श्रंखला में जीवो द्वारा ऊर्जा का प्रवाह एकदिशीय होता है।
खाद्य श्रृंखला के उदाहरण
पौधे (उत्पादक) चूहों या टिड्डियों द्वारा खाए जाते हैं।टिड्डियों को मेढ़क खा लेता है। मेंढक को सांप और सांप को बाज खा लेता है।
पौधे (उत्पादक) → टिड्डा (प्राथमिक उपभोक्ता) → मेंढक (द्वितीयक उपभोक्ता) → सांप (तृतीयक उपभोक्ता) → बाज (सर्वोच्च मांसाहारी)
इसके कुछ प्रमुख उदाहरण निम्नलिखित हैं:
1. स्थलीय (भूमि) खाद्य श्रृंखला
✅ घास → हिरण → बाघ
✅ घास → टिड्डा → मेंढक → साँप → चील
✅ पत्तियाँ → कीट → पक्षी → बिल्ली
2. जलीय (जल) खाद्य श्रृंखला
✅ प्लवक (फाइटोप्लैंकटन) → झींगा → छोटी मछली → बड़ी मछली → शार्क
✅ शैवाल → ज़ूप्लवक → छोटी मछली → बड़ी मछली → डॉल्फिन
3. अपघटक (डिट्रिटस) खाद्य श्रृंखला
✅ मृत पौधे और जानवर → कीड़े और बैक्टीरिया → कवक → पोषक तत्व मिट्टी में
✅ गिरा हुआ पत्ता → घोंघा → मेंढक → साँप → बाज
खाद्य श्रृंखलाओं के प्रकार (types of food chain)
(1) तीन चरणों वाले खाद्य श्रंखला
घास → हिरन → शेर
(2) चार चरणों वाली खाद्य श्रंखला
घास →कीट → मेढ़क → पक्षी(बाज)
(3) पांच चरणों वाली खाद्य श्रंखला
घास → कीट → मेढ़क →साँप →पक्षी(मोर)
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खाद्य जाल की परिभाषा || food web
एक पारिस्थितिकी तंत्र की सभी खाद्य श्रंखलाएँ कहीं न कहीं आपस में एक-दूसरे से जुड़ी होती हैं। अर्थात एक खाद्य श्रंखला के जीवधारियों का संबंध दूसरी खाद्य श्रंखला के जीवधारियों से होता है। इस प्रकार अनेक खाद्य श्रृंखलाएँ परस्पर जुड़कर एक खाद्य जाल बनाती हैं।
खाद्य जाल की विशेषताएँ:
- कई खाद्य श्रृंखलाओं का समावेश – इसमें कई खाद्य श्रृंखलाएँ एक-दूसरे से जुड़ी होती हैं।
- जटिलता – यह एक पारिस्थितिक तंत्र में जीवों के वास्तविक भोजन संबंध को दर्शाता है।
- स्थिरता प्रदान करता है – यदि एक जीव विलुप्त हो जाए, तो अन्य विकल्प होने के कारण पारिस्थितिकी असंतुलित नहीं होती।
- ऊर्जा प्रवाह बहु-दिशीय होता है – ऊर्जा का प्रवाह कई दिशाओं में होता है, जिससे यह खाद्य श्रृंखला की तुलना में अधिक प्राकृतिक होता है।
खाद्य जाल का उदाहरण:
- स्थलीय खाद्य जाल (Terrestrial Food Web)
- घास → टिड्डा → मेंढक → साँप → चील
- घास → चूहा → साँप → चील
- घास → हिरण → बाघ
- पौधे → कीट → पक्षी → लोमड़ी → शेर
- जलीय खाद्य जाल (Aquatic Food Web)
- फाइटोप्लैंकटन → ज़ूप्लवक → छोटी मछली → बड़ी मछली → मगरमच्छ
- शैवाल → छोटी मछली → पेंगुइन → सील → शार्क

difference between food chain and food web || खाद्य श्रृंखला और खाद्य जाल में अंतर
क्रम संख्या | अंतर का आधार | खाद्य श्रृंखला (Food Chain) | खाद्य जाल (Food Web) |
---|---|---|---|
1 | परिभाषा | एक सरल रेखीय श्रृंखला जिसमें एक जीव से दूसरे जीव में ऊर्जा का प्रवाह होता है। | अनेक खाद्य श्रृंखलाओं का जटिल नेटवर्क, जिसमें विभिन्न जीवों के आपसी पोषण संबंध होते हैं। |
2 | संरचना | यह एकल, रैखिक मार्ग होता है। | यह कई पारस्परिक रूप से जुड़े खाद्य मार्गों का एक जटिल नेटवर्क होता है। |
3 | उदाहरण | घास → हिरण → बाघ | घास → टिड्डा → मेंढक → साँप → चील घास → चूहा → साँप → चील |
4 | ऊर्जा प्रवाह | एक सरल और सीधी दिशा में होता है। | एकाधिक दिशाओं में ऊर्जा प्रवाह होता है। |
5 | पारिस्थितिक तंत्र की जटिलता | सरल और कम जटिल होती है। | अधिक जटिल और यथार्थता को दर्शाने वाली होती है। |
6 | स्थिरता | कम स्थिर होती है, क्योंकि एक जीव के विलुप्त होने से पूरी श्रृंखला प्रभावित होती है। | अधिक स्थिर होती है, क्योंकि जीव कई स्रोतों से भोजन प्राप्त कर सकते हैं। |
7 | जैव विविधता पर प्रभाव | जैव विविधता को सीमित रूप में दर्शाती है। | पारिस्थितिक तंत्र की वास्तविक जैव विविधता को अधिक प्रभावी रूप से दर्शाती है। |
8 | पर्यावरणीय असंतुलन | एक जीव के समाप्त होने से संपूर्ण श्रृंखला असंतुलित हो सकती है। | अधिक लचीली होती है, क्योंकि विकल्प उपलब्ध होते हैं। |
9 | शक्ति प्रवाह | कम विविधता के कारण शक्ति प्रवाह सीमित होता है। | एकाधिक मार्गों के कारण शक्ति प्रवाह अधिक व्यापक होता है। |
10 | मुख्य विशेषता | सरल, सीधी और एकल मार्ग वाली होती है। | बहुस्तरीय और पारिस्थितिकी के जटिल संबंधों को दर्शाती है। |
खाद्य श्रृंखला और खाद्य जाल में अंतर (टेबल 2)
खाद्य श्रृंखला (food chain) | खाद्य जाल (food web) |
इसमें ऊर्जा का प्रभाव एकदिशीय तथा एक ही मार्ग से होता है अर्थात यहां कोई विकल्प नहीं होता है। | ऊर्जा का प्रवाह एक जाल के रूप में होता है यहां प्रत्येक पोषक स्तर पर अथवा कुछ पोषक स्तरों पर एक से अधिक विकल्प होते हैं यद्यपि प्रवाह की दिशा एक ही रहती है। |
यह एक सरल प्रकार की संरचना है। जिसमें खाद्य पदार्थों के रूप में ऊर्जा का स्थानांतरण एक जीव से दूसरे जीवों में होता है।तथा प्रत्येक पोषक स्तर पर एक ही जीव जाति होती है। | खाद्य जाल अनेक छोटी-बड़ी खाद्य श्रंखला से मिलकर बनी एक जटिल संरचना के रूप में होता है। |
जीवों की संख्या कम होती है। | जीवो की संख्या अधिक होती है। |
खाद्य श्रृंखला और खाद्य जाल में अंतर से जुड़े 20 अति लघु उत्तरीय प्रश्न-उत्तर
प्रश्न 1: खाद्य श्रृंखला क्या है?
उत्तर: खाद्य श्रृंखला जीवों के बीच ऊर्जा प्रवाह का एक सरल रेखीय मार्ग है।
प्रश्न 2: खाद्य जाल क्या है?
उत्तर: खाद्य जाल कई खाद्य श्रृंखलाओं का आपस में जुड़ा एक जटिल नेटवर्क है।
प्रश्न 3: खाद्य श्रृंखला में ऊर्जा प्रवाह की दिशा कैसी होती है?
उत्तर: एक ही दिशा में, सरल और रैखिक।
प्रश्न 4: खाद्य जाल में ऊर्जा प्रवाह कैसा होता है?
उत्तर: कई दिशाओं में जटिल रूप से फैलता है।
प्रश्न 5: खाद्य श्रृंखला कितने प्रकार की होती है?
उत्तर: दो प्रकार – चरागाही (Grazing) और अपघटक (Detritus) खाद्य श्रृंखला।
प्रश्न 6: खाद्य जाल किसे दर्शाता है?
उत्तर: पारिस्थितिक तंत्र में विभिन्न जीवों के बीच भोजन संबंध।
प्रश्न 7: खाद्य श्रृंखला का उदाहरण दें।
उत्तर: घास → हिरण → बाघ।
प्रश्न 8: खाद्य जाल का उदाहरण दें।
उत्तर: घास → टिड्डा → मेंढक → साँप → चील और अन्य जटिल नेटवर्क।
प्रश्न 9: खाद्य श्रृंखला कितनी जटिल होती है?
उत्तर: कम जटिल।
प्रश्न 10: खाद्य जाल कितनी जटिल होती है?
उत्तर: अत्यधिक जटिल।
प्रश्न 11: खाद्य श्रृंखला की मुख्य विशेषता क्या है?
उत्तर: सरल, सीधी और एकल मार्ग वाली होती है।
प्रश्न 12: खाद्य जाल की मुख्य विशेषता क्या है?
उत्तर: बहुस्तरीय और पारिस्थितिकी के जटिल संबंधों को दर्शाता है।
प्रश्न 13: खाद्य श्रृंखला कितनी स्थिर होती है?
उत्तर: कम स्थिर, क्योंकि एक जीव के विलुप्त होने से पूरी श्रृंखला प्रभावित होती है।
प्रश्न 14: खाद्य जाल कितना स्थिर होता है?
उत्तर: अधिक स्थिर, क्योंकि कई वैकल्पिक मार्ग होते हैं।
प्रश्न 15: खाद्य श्रृंखला किसे दर्शाती है?
उत्तर: जैव विविधता को सीमित रूप में दर्शाती है।
प्रश्न 16: खाद्य जाल पारिस्थितिकी में किसे दर्शाता है?
उत्तर: अधिक व्यापक जैव विविधता और वास्तविक पारिस्थितिकी।
प्रश्न 17: ऊर्जा प्रवाह खाद्य श्रृंखला में कैसे होता है?
उत्तर: केवल एक सरल मार्ग से।
प्रश्न 18: ऊर्जा प्रवाह खाद्य जाल में कैसे होता है?
उत्तर: कई मार्गों से।
प्रश्न 19: क्या खाद्य श्रृंखला पर्यावरणीय असंतुलन से जल्दी प्रभावित होती है?
उत्तर: हाँ, क्योंकि इसमें कोई अन्य वैकल्पिक स्रोत नहीं होता।
प्रश्न 20: क्या खाद्य जाल पर्यावरणीय असंतुलन से जल्दी प्रभावित होता है?
उत्तर: नहीं, क्योंकि इसमें कई जीव भोजन के विभिन्न स्रोतों पर निर्भर होते हैं।
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