आज का युग कम्प्यूटर का युग है। आज के जीवन मे सभी को कम्प्यूटर की बेसिक जानकारी होनी चाहिए। बहुत सी प्रतियोगी परीक्षाओं में भी कम्प्यूटर से सम्बंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। इसीलिए हमारी साइट hindiamrit.com कम्प्यूटर से जुड़ी समस्त महत्वपूर्ण टॉपिक की श्रृंखला पेश करती है,जो आपके लिए अति महत्वपूर्ण साबित होगी,ऐसी हमारी आशा है। अतः आज का हमारा टॉपिक माइक्रोसॉफ्ट विंडोज एक्स.पी. की विशेषताएं / विंडोज एक्स.पी. के अवयव की जानकारी प्रदान करना है।
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माइक्रोसॉफ्ट विंडोज एक्स.पी. की विशेषताएं / विंडोज एक्स.पी. के अवयव
विंडोज एक्स.पी. के अवयव /माइक्रोसॉफ्ट विंडोज एक्स.पी. की विशेषताएं
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माइक्रोसॉफ्ट विण्डोज एक्स पी
[MICROSOFT WINDOWXP]
विण्डोज परिचालन प्रणाली (Windows Operating System) का प्रारम्भ नेटवर्किंग के लिए हुआ विण्डोज 95, विण्डोज 98, विण्डोज 2000 की खोज इसी श्रृंखला के चरण हैं विण्डोज परिवार की श्रृंखला में विण्डोज एक्स पी नवीन सदस्य है यह विण्डोज 2000 की अवधारणा एवं प्रणाली पर ही आधारित है किन्तु उससे अधिक स्थायित्व, सुरक्षा एवं समृद्ध गुणों से युक्त है अधिक समूह होने के कारण डेस्कटॉप को व्यवस्थित करने में उपयोगी होता है।
विण्डोज XP Screen पर उपलब्ध Desk होती है जिसे Desktop कहा जाता है विभिन्न Documents फाइलों के रूप में Desktop पर आयताकार बॉक्सों में होते हैं जिन्हें विण्डोज कहा जाता है। विण्डोज एक्स. पी. विभिन्न विण्डोज पर एक साथ कार्य करने की सुविधा प्रदान करता है। विण्डोज एक्स. पी. नेटवर्किंग में भी विशेष सुविधाएँ प्रदान करता है।
माइक्रोसॉफ्ट विण्डोज एक्स पी की आवश्यकता
(Need of Microsoft Window XP)
वर्तमान में इण्टरनेट के युग में तीव्र गति वाले ऑपरेटिंग सिस्टम की अत्यन्त आवश्यकता है। औसत रूप से विण्डोज XP, विण्डोज 2000 से 34 प्रतिशत और विण्डोज 98 से 27 प्रतिशत अधिक तेज है। इसकी रफ्तार में सुधार एप्लीकेशन के शुरू होते समय और साधनों के प्रबन्ध द्वारा स्पष्ट होता है।
विण्डोज एक्स पी का महत्व (Importance of Window XP)
(Window )विण्डोज XP एक ऐसा सिस्टम है जो सीखने में बहुत ही सरल और प्रयोग करने में सहज है। इसमें एक प्रोग्राम पर कार्य करना सीखने से दूसरे प्रोग्रामों को सीखना आसान हो जाता है।
विण्डोज XP को सीखने तथा इसे प्रयोग करने के लिए विण्डोज XP में एक ही एक ऑन लाइन सहायता (Online Help) सुविधा उपलब्ध है। इस सुविधा द्वारा सभी सहायता सामग्रियों तक जाया जा सकता है और अपने इच्छित विषय (Topic) के बारे में अधिक-से-अधिक सम्भव जानकारी ली जा सकती है।
(window.xp) विण्डोज XP की विशेषताएँ (Features of Window.XP)
विण्डोज XP की मुख्य विशेषताएँ निम्नांकित हैं-
(1) आधुनिक इण्टरफेस-विण्डोज XP अब प्रयोग करने में कहीं अधिक सरल हो गये हैं। इसमें टॉस्क बार तथा स्टार्ट बटन शामिल किये गये हैं, जिनकी सहायता से कोई भी प्रोग्राम कभी भी चलाया जा सकता है, दस्तावेजों अथवा फाइलों को ढूँढ सकते हैं तथा उपलब्ध सुविधाओं का प्रयोग कर सकते हैं। इस विण्डोज में माउस के दोनों बटनों का पूरा उपयोग किया जा सकता है।
(2) फाइल का नाम – विण्डोज XP में फाइलों के नाम 255 चिह्नों तक हो सकते हैं, जिनके बीच में रिक्त स्थान (Space) भी शामिल हो सकते हैं, लेकिन विशेष चिह्न;जैसे-1 ? : ; * < > आदि शामिल नहीं किए जा सकते हैं। यदि विण्डो 95 द्वारा बनायी गयी फाइलों का प्रयोग ऐसे दूसरे कम्प्यूटरों या साधनों द्वारा किया जाना है, जो लम्बे फाइल नामों की सुविधा नहीं देते, तो यह स्वतः ही उन नामों को 8.3 के सुविधाजनक रूप में बदल देता है।
(3) आधुनिक मल्टीमीडिया सुविधा – विण्डोज XP में अधिक तेज वीडियो गेम तथा ध्वनि (Sound) फाइलों को चलाने की अच्छी क्षमता है। इससे एमएस-डॉस आधारित खेल भी खेल सकते हैं।
(4) विण्डोज एक्सप्लोरर—पूर्व संस्करणों के प्रोग्राम मैनेजर तथा फाइल मैनेजर प्रोग्रामों की जगह विण्डोज 95/98/ME में विण्डोज एक्सप्लोरर एक शक्तिशाली प्रोग्राम है, जो फाइलों, ड्राइवों तथा नेटवर्क सम्बन्धों की देखभाल एवं व्यवस्था करता यद्यपि विण्डोज XP में विण्डोज एक्सप्लोरर उपलब्ध नहीं है। उसमें इसके बदले My Computer से कार्य लिया जाता है।
(5) 32-बिट पूर्ण मल्टीटास्किंग विण्डोज – XP सभी 32-बिट प्रोग्रोमों के लिए पूर्ण मल्टीटास्किंग (Preemptive Multiasking) का उपयोग करते हैं, जिससे उपयोगकर्ता अपने कई प्रोगामों को एक साथ और ज्यादा सरलता से चला सकता है तथा कम समय में अधिक कार्य कर सकता है।
(6) पुराने प्रोग्रामों के साथ अनुरूपता – विण्डोज XP पुराने एमएस-डॉस तथा 16-बिट विण्डोज आधारित प्रोग्रामों के साथ अनुरूप हैं।
(7) प्लग तथा प्ले सुविधा – यदि आपके पास कोई प्लग और प्ले हार्डवेयर सुविधा है, तो विण्डोज XP वाले पीसी में उसे बहुत आसानी से जोड़ सकते हैं। इसके लिए इतना करना होगा कि उसका कार्ड पीसी को ऑन करते हैं, विण्डोज XP नए हार्डवेयर को फौरन पहचान लेते हैं और अपने आपको उसी के अनुसार बदल देते हैं।
(8) एकीकृत नेटवर्क सुविधा – विण्डोज XP निम्नलिखित प्रमुख नेटवर्क विक्रेताओं के नेटवर्क को मान्यता देते हैं-
(i) माइक्रोसॉफ्ट,(ii) नौवैल,
(iii) सनसॉफ्ट,(iv) बैन्यान।
(9) डाक सुविधा–आधुनिक तथा परिष्कृत रूप से यहाँ ई-मेल तथा फैक्स सुविधाएँ भी उपलबध होती हैं। जिनसे सुविधानुसार संचार कर सकते हैं।
डेस्कटॉप के अवयव (Components of Desktop)
विण्डोज XP पर सफलतापूर्वक log on करने के पश्चात् कम्प्यूटर स्क्रीन एक डायलॉग बॉक्स प्रदर्शित होता है। विण्डोज XP का महत्वपूर्ण पहलू इसके लचीले गुण हैं जिसके कारण उपयोग करने वाला डेस्कटॉप की Setting अपनी व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुरूप कर सकता है। डेस्कटॉप के अवयव निम्नलिखित हैं-
(1) My Computer
(ii) My Documents
(iii) Recycle Bin
(iv) My Network Places
(v) Internet Expoler
(vi) Task Bar
(vii) Start Menu
(viii) Files तथा Folders
(ix) Shortcuts
डेस्कटॉप में प्रत्येक वस्तु (Object) या अवयव एक छोटे चित्र द्वारा दिखायी जाती है जिसके नीचे उस वस्तु का नाम भी लिखा होता है। नाम सहित इस चित्र को उस वस्तु का प्रतीक या आइकन (Icon) कहा जाता है।
विण्डोज के अवयव
1. अपना कम्प्यूटर (My Computer)
माय कम्प्यूटर एक सिस्टम फोल्डर है जो डेस्कटॉप पर प्रदर्शित होता है। इसमें डिस्के ड्राइव तथा सिस्टम फोल्डर आइकन्स होते हैं।
माय कम्प्यूटर की खोलना-
1. यदि आवश्यक हो तो डेस्कटॉप को देखने के लिए टास्क बार पर शो डेस्कटॉप आइकन पर क्लिक करते हैं। 2. माय कम्प्यूटर आइकन पर क्लिक या डबल क्लिक करते हैं। इससे माय कम्प्यूटर विण्डो खुला जायेगी।
2. अपने दस्तावेज (My Documents)
यह दस्तावेजों को स्टोर करने की एक आसान जगह है।
3. Recycle Bin
रिसायकल बिन एक सिस्टम फोल्डर है जिसमें विण्डोज उन आइटमों को स्टोर करता है जिन्हें डिलीट कर देते हैं। इच्छित आइटमों को उनके पुराने स्थान (लोकेशन) पर वापस भेजने के लिए या उन्हें स्थायी तौर पर डिलीट करने के लिए रिसायकल बिन का उपयोग कर सकते हैं।
रिसायकिल बिन की विशेषताएँ
(1) रिसायकिल बिन को खोल कर इसके कन्टेन्ट्स को देखने के लिए डेस्कटॉप पर प्रदर्शित हो रहे रिसायकल बिन के आइकन पर डबल क्लिक करें।
(2) रिसायकिल बिन में डाली गयी फाइल/फोल्डर तब तक वहाँ स्टोर रहते हैं जब तक कि उन्हें रिमूव नहीं करते हैं या जब तक कि वह हार्ड डिस्क पर उपलब्ध स्पेस का निर्धारित प्रतिशत स्पेस नहीं ले लेता है।
(3) जब किसी आइटम को डिलीट बटन दवाकर डिलीट करते हैं तब विण्डोज उसे रिसायकिल बिन में डाल देता है।
(4) रिसायकिल बिन पर मौजूद सभी आइटमों या चुनिंदा आइटमों या चुनिंदा आइटमों को उनके पुराने लोकेशनों पर स्टोर कर सकते हैं।
(5) रिसायकिल बिन को सभी या चुनिंदा आइटमों से खाली कर सकते हैं। ऐसा करने से वह आइटम स्थायी तौर पर डिलीट हो जाता है।
4. My Network Places
इसके द्वारा नेटवर्क पर उपलब्ध फोल्डर्स तथा फाइलें देख सकते हैं।
5. Desktop
यह स्क्रीन की पृष्ठभूमि है।
6. Start Menu
Screen के निचले भाग में सबसे बायीं ओर Start button होता है जो कि Programme को शुरू करने, डॉक्यूमेंट को खोलने, सहायता प्राप्त करने एवं लॉग ऑफ
करने में प्रयुक्त होता है।
StartMenu पर काम करना
(1) Start button पर mouse pointer को move करके माउस के Left button को एक बार Click करने से start menu display होगा।
(2) किसी भी बटन को बिना दबाये, माउस पॉइन्टर को सभी items पर move करने से माउस जैसे ही items पर move करेगा, वह item highlight होता जायेगा। हर item पर Arrowhead भी दिखायी देता है जो यह दर्शाता है कि द्वितीयक मीनू (Secondary menu) भी उपलब्ध (available) है।
(3) Mouse को Secondary areas में move कराने के अभ्यास से बहुत कुछ सीखा जा सकता है।
(4) वे items जिनमें arrowheads नहीं दिखाई देते commands कहलाते हैं ओर ये या तो actions perform करते हैं या application start करते हैं।
(5) माउस पाइन्टर (Mouse pointer) को Help and supply item पर move कर click करने से आवश्यकता पड़ने पर online assistance प्राप्त होगा। यह table. index, full text search किसी भी form में हो सकता है। स्टार्ट मैन्यू के विभिन्न विकल्प और उन्हें चुनने पर होने वाले प्रभाव निम्नलिखित हैं-
Program–
यह उन प्रोग्रामों की सूची दिखाता है जिन्हें लगातार प्रयोग किया
जाता है। इस सूची में से इच्छित प्रोग्राम चुनकर उसे चालू किया जा सकता है।
Documents–
यह विकल्प उन दस्तावेजों की सूची दिखाता है, जिन्हें हाल ही में प्रयोग में लाया गया था या खोला गया था। इनमें से किसी को क्लिक करके फिर से खोल सकते हैं।
Setting–
यह सिस्टम के उन तत्वों की सूची दिखाता है, जिनके लिए सेटिंग बदल सकते हैं और अपने कम्प्यूटर का कानफिगरेशन सुधार सकते हैं।
Find—
इसकी सहायता से किसी फोल्डर, फाइल, साझा कम्प्यूटर या डाक संदेश (Mail Message) को ढूँढ़ सकते हैं।
Help—
इससे Help प्रोग्राम प्रारम्भ होता है। इससे विण्डोज में कोई कार्य करने के लिए सहायता ले सकते हैं।
Run–
इससे कोई पालन करने योग्य (Executable) प्रोग्राम पालित कराया जा सकता है अथवा यदि कोई एम. एस-डॉस आदेश देते हैं, तो एक फोल्डर खोला जा सकता है।
Shut Down-
इस विकल्प से आप विण्डोज से बाहर निकलकर (अर्थात् Log Off करके) या तो कम्प्यूटर बंद कर सकते हैं या पुनः शुरू से चालू कर सकते हैं।
7.टूल बार (Tool Bar)
अधिकांश विण्डोज आधारित प्रोग्रामों में टूल बार की सुविधा रहती है। टूल बार वास्तव में कुछ बटनों का एक संग्रह होता है, जिनके द्वारा कुछ विशिष्ट क्रियाएँ की जाती हैं। इनमें से किसी बटन को क्लिक करने पर उससे सम्बन्धित क्रिया प्रारम्भ हो जाती है। उदाहरण के लिए, प्रिंटर के प्रतीक चिन्ह वाले बटन को क्लिक करने पर सम्बन्धित दस्तावेज छापा जाता है।
8. Task Bar
Computer Start करने पर Screen के निचले हिस्से में task bar दिखायी देता है। Windows कार्य करते समय भी यह आसानी से Screen पर available होता है। जब भी कोई Programme run होता है या कोई Window open की जाती है उसे represent करता हुआ icon इस task bar पर दिखायी देता है। विभिन्न Windows या Programme के बीच Switch ores करने के लिए task bar पर दिखायी देने वाले icon को click किया जा सकता है।
Task bar पर Programme या Window के icon पर Mouse से Right Click करने पर Close (X) option पर Click करने पर Particular file, Programme,Window Close it at et ante a particular icon of task bar #disappear हो जाता है।
9. Desktop Icons
जितने भी पद डेस्कटॉप पर दिखायी देते हैं lcons कहलाते हैं और यह Computer Selting पर निर्भर करते हैं। डेस्कटॉप में प्रत्येक वस्तु अथवा अवयव एक छोटे चित्र द्वारा दर्शायी जाती है जिसके नीचे उस वस्तु का नाम भी लिखा होता है। नाम सहित इस चित्र को उस वस्तु का प्रतीक या आइकन कहते हैं। Icons को व्यवस्थित करने के लिए Left Click द्वारा option choose करके कार्य किया जा सकता है।
10. Clock
यह वर्तमान समय दिखाती है।
11. Window
एक विण्डो स्क्रीन पर एक आयताकार क्षेत्र है जो विण्डो फ्रेम से घिरा है व जिसके शीर्ष पर एक टाइटिल होता है। जब एक विण्डो की एप्लिकेशन खोलते हैं तो यह इसकी अपनी विण्डो पर भी प्रदर्शित होता है। इसके बाद जो भी एप्लिकेशन आयेंगी वह दूसरे विण्डो पर प्रदर्शित होंगी।
12. स्क्रॉल बार (Scroll Bar)
ये किसी विण्डो में दिखायी जा रही सूचनाओं के एक सिरे से दूसरे सिरे तक जाने के साधन हैं। जो सूचना हमें इस समय दिखायी नहीं पड़ रही है उसे देखने के लिए स्थान पर लाने में इनका प्रयोग किया जाता है। ये सामान्यतः ऐसी विण्डो में दिए होते हैं जिससे विण्डों के छोटे आकार के कारण सभी सूचनाएँ एक बार में दिखायी नहीं पड़ती।
स्क्रॉल बार दो प्रकार के हो सकते हैं-ऊर्ध्वाधर (Vertical) तथा क्षैतिज (horizontal) ऊर्ध्वाधर स्क्रॉल बार का प्रयोग सूचनाओं में ऊपर से नीचे (या नीचे से ऊपर) जाने के लिए किया जाता है। इसी प्रकार क्षैतिज स्क्रॉल बार का प्रयोग सूचनाओं में दायें या वायें जाने के लिए किया जाता है। ये स्क्रॉल बार प्रत्येक विण्डो में सामान्यतया क्रमश: दाएँ किनार तथा निचले किनारे पर पाए जाते हैं।
स्क्रॉल बारों में एक-एक छोटा बॉक्स होता है, जिसे थम्ब (Thumb) या एलीवेटर (Elevator) कहा जाता है। इनको बार में इच्छित दिशा में माउस की सहायता से सरकाया जा सकता है, जिससे उसी दिशा की सूचनाएँ विण्डो में दिखायी देने लगती है। बारों के दोनों सिरों पर एक-एक बटन भी होता है, जिन पर दिशासूचक तीर के चिन्ह बने होते हैं। इन बटनों को स्क्रॉल बटन (Scroll Buttons) कहते हैं। इन्हें क्लिक करते हुए तीर की दिशा में भरी हुई सूचनाएँ देख सकते हैं।
13. टाइल बार (Title Bar)
यह खुली हुई विण्डो का नाम दिखाती है।
आइकन (Icons) को व्यवस्थित करना
Desktop पर कहीं भी Right Click करने पर option होगा।
(a) Arrange icon by
(b) Refresh
(c) Paste
(d) Paste shortcut
(e) Graphics
(f) Properties
(g) Graphics
(h) Options
( i) New Properties
Arrange icon by पर Mouse रखने से पुनः होगा।
(1) Name
(2) Size
(3) Type
(4) Modified
(5) Show in groups
(6) Auto Arrange
(7) Align to Grid
(8) Show Desktop icon
(9) Lock web items on Desktop
(10) Run Desktop Clanup Wizard
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टेट / सुपरटेट सम्पूर्ण हिंदी कोर्स
◆◆ निवेदन ◆◆
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